नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना में लीन रहे भक्तगण
रिपोर्ट – राकेश कुमार गुप्ता
शक्ति उपासना के प्रमुख पर्व पर आज नवरात्र के तीसरे दिन शुक्रवार को आदिशक्ति की अधिष्ठात्री मां जगदंबा की नौ शक्तियों में प्रतिष्ठित मां चंद्रघंटा की भक्त जनों ने पूजा अर्चना कर घर परिवार में सदैव मंगल ही मंगल बने रहने की कामना की और सुबह से ही देवी भक्त खास तौर पर महिलाएं मां भगवती के जलाभिषेक के लिए देवी मंदिरों की ओर से निकल पड़े। प्राचीन बड़ी माता मंदिर सिंह वाहिनी मंदिर शीतला माता बोदरी माता मंदिर काली माता मंदिर दुर्गा माता मंदिर आदि में पहुंचकर श्रद्धालुओं जलाभिषेक किया और मैया की पूजा अर्चना भी की। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा भक्तों ने देवी मां की पूजा अर्चना कर उन्हें भोग लगाया तथा फिर आरती में सम्मिलित हुए नवरात्र में 9 दिन तक उपवास रखकर देवी मां की स्तुति करने वाले भक्तों ने अपने घरों में दुर्गा सप्तशती का पाठ कर घर परिवार में मंगल ही मंगल की कामना की।
चैत्र नवरात्र पर देवी मंदिरों में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी माता सिंह वाहिनी को लेकर यहां के लोगों में गहरी आस्था है और श्रद्धालुओं का मानना है कि मात्र उनके दर्शन से ही सभी कष्ट दूर हो जाते हैं तथा सिंह वाहिनी माता के दर्शनों के लिए वैसे तो साल भर ही दर्शनार्थियों का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्र के पर्व पर इतनी अधिक भीड़ होती है कि तिल रखने की जगह भी नहीं मिलती, देर रात तक भक्तों का ताता लगा रहता है भक्तगण बताते हैं कि मैया के दरबार में जो भी व्यक्ति श्रद्धा और भक्ति से अपनी मुरादे मांगते हैं वह अवश्य पूरी होती है और इसीलिए यह मंदिर 12 महीने श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना रहता है तथा भक्तगण मां के दर्शन के लिए भक्ति भाव से आते जाते रहते हैं।
