यह कैसा न्याय! न पीड़ित महिला को इंसाफ मिला न बेदर्द हाकिमों का पसीजा दिल
कहां गई पुलिस की निष्पक्षता और दक्षता?
मामला विशेश्वरगंज थाने के गांगूदेवर गांव से जुड़ा है। गांव के
दबंग लोग सुनीता सिंह पत्नी संतोष सिंह व उसके परिवार को वर्षों से प्रताड़ित कर रहे है।पहले मारा पीटा फिर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया। जमीन पर जब दबंग कब्जा कर रहे थे तो पीड़ित महिला ने पुलिस, 190 और उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन दबंगों पर राजनीतिक संरक्षण होने के नाते पुलिस ने महिला की न तो रिपोर्ट दर्ज की और न ही उसकी मदद की। उल्टे महिला और उसके परिवार पर राजनीतिक दबाव में एक नहीं दो मुकदमें दर्ज कर पुलिस दबंगों की सरपरस्त बन गई। महिला का कहना है कि दबंग लोग उसके परिवार को आए दिन मारपीट कर प्रताड़ित करते रहते हैं। हर बार अर्जी दी जाती है, लेकिन गरीब महिला होने के नाते न तो उसे इंसाफ मिल रहा है और न ही बेदर्द महकमे का दिल पसीज रहा है।वैसे तो महिलाओं की सुरक्षा के दावे तो हजार किए जा रहे हैं, फिर भी सुनीता सिंह को इंसाफ नहीं मिल पा रहा है।पुलिस की सरपरस्ती कहें या राजनीतिक दबाव कि पीड़ित महिला दर्द भरी दास्तां को कोई सुनने वाला नहीं है।
