*लापरवाही बरतने वाले 59 जनसेवा केन्द्रों का लाइसेंस निरस्त*
संपादक रुद्र नारायन तिवारी की रिपोर्ट
श्रावस्ती,जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया है कि आम जनमानस को शासकीय सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु उ०प्र० जनसेवा केन्द्र योजनार्न्तगत जनपद में जनसेवा केन्द्र संचालित है। शासकीय योजनाओं की आम जनता तक पहुंच सुनिश्चित किये जाने हेतु 31 दिसंबर 24 को जनसेवा केन्द्र संचालकों के साथ बैठक की गयी थी,जिसके अर्न्तगत समस्त केन्द्रों को प्रतिदिन न्यूनतम 25 रजिस्ट्रेशन किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिस क्रम में समस्त जनसेवा केन्द्रों से कृषकों से समन्वय करते हुये अधिक से अधिक संख्या में डेटा फीड का कार्य कराये जाने हेतु निरंतर सम्पर्क किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में तहसील एवं कार्यदायी संस्थाओं द्वारा उपलब्ध कराये गये भिनगा-17, इकौना-33 एवं जमुनहा-24 कुल 74 अक्रियाशील केन्द्रों को नोटिस के माध्यम से 03 दिवस के भीतर केन्द्र का संचालन करते हुये स्पष्टीकरण उपलब्ध कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया था। तत्कम में कार्यदायी संस्थाओं द्वारा रिर्पाेट 07 जनवरी 25 उपलब्ध करायी गयी है, जिसके अनुसार कुल 15 केन्द्रों द्वारा 10 से अधिक पंजीकरण किया गया है, 9 केन्द्रों द्वारा मात्र 10 से कम पंजीकरण किया गया है तथा 50 केन्द्रों द्वारा शून्य पंजीकरण किया गया है।जिसके तहत कार्यदायी संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत रिर्पाेट के अनुसार भिनगा-1, इकौना-5 एवं जमुनहा-3 कुल 9 केन्द्र जिनके द्वारा जनसेवा केन्द्र का नियमित रूप से संचालन नहीं किया जा रहा है, उक्त के अतिरिक्त भिनगा-12, इकौना-26 एवं जमुनहा-12 कुल 50 जनसेवा केन्द्र निष्क्रिय हैं। जिससे ग्रामवासी एवं कृषकों को काफी असुविधा हो रही है। कम्पनी के अनुबंध के अनुसार सभी ग्राम पंचायतों में जनसेवा केन्द्रों का संचालन किया जाना अनिवार्य है उक्त केन्द्रों के निष्क्रिय होने से सम्बन्धित क्षेत्रों में जनसेवाओं की आमजनता को उपलब्धता प्रभावित हो रही है जो शासकीय नियमों के विपरीत है। जिसके लिए कुल 59 जनसेवा केन्द्र का लाइसेंस/आईडी निरस्त किये जाने कार्यवाही की गई है।