डॉ.सर्वेश कुमार शुक्ला आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल बहराइच, उत्तर प्रदेश असिस्टेंट प्रोफेसर संहिता एवं सिद्धांत विभाग के डॉ चंद्र शेखर

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*डॉ. सर्वेश कुमार शुक्ला आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल बहराइच, उत्तर प्रदेश असिस्टेंट प्रोफेसर संहिता एवं सिद्धांत विभाग के डॉ चंद्र शेखर* ने बताया कि रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई और बहन के प्यार को मजबूत बनाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। रक्षाबंधन का यह त्योहार हमें परिवार के महत्व और रिश्तों की मिठास की याद दिलाता है।

*रक्षाबंधन का अर्थ*

– *रक्षा*: रक्षा का अर्थ है सुरक्षा या संरक्षण। भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है।
– *बंधन*: बंधन का अर्थ है बंधन या रिश्ता। राखी बांधने से भाई और बहन के बीच का रिश्ता मजबूत होता है।

रक्षाबंधन का इतिहास बहुत पुराना है और इसका उल्लेख हिंदू पौराणिक कथाओं में मिलता है। यहाँ कुछ प्रमुख कथाएं हैं जो रक्षाबंधन के इतिहास को दर्शाती हैं:

*1. भगवान विष्णु और राक्षस राजा बलि*

भगवान विष्णु ने राक्षस राजा बलि को पराजित करने के लिए इंद्राणी ने उनकी कलाई पर राखी बांधी थी। इस कथा से यह स्पष्ट होता है कि रक्षाबंधन का त्योहार बहुत पुराना है और इसका महत्व भी बहुत अधिक है।

*2. अलेक्जेंडर और पोरस*

जब अलेक्जेंडर ने भारत पर आक्रमण किया था, तो पोरस की पत्नी ने अलेक्जेंडर की पत्नी को राखी भेजी थी। अलेक्जेंडर की पत्नी ने पोरस की पत्नी की राखी स्वीकार की और अलेक्जेंडर से पोरस को नुकसान न पहुंचाने का अनुरोध किया।

*3. यमराज और यमुना*

यमुना ने अपने भाई यमराज को राखी बांधी थी और उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना की थी। यमराज ने यमुना की राखी स्वीकार की और उनकी रक्षा करने का वचन दिया।

रक्षाबंधन की परंपरा*

1. *राखी बांधना*: रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं। राखी एक पवित्र धागा है जो भाई की कलाई पर बांधा जाता है।
2. *भाई का वचन*: जब बहन भाई को राखी बांधती है, तो भाई उसे अपनी रक्षा करने का वचन देता है। यह वचन भाई-बहन के प्यार और विश्वास को मजबूत बनाता है।
3. *उपहार देना*: रक्षाबंधन के दिन भाई बहन को उपहार देते हैं। यह उपहार भाई-बहन के प्यार और स्नेह का प्रतीक है।

**रक्षाबंधन का महत्व*

1. *भाई-बहन के प्यार का प्रतीक*: रक्षाबंधन भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
2. *परिवार के महत्व की याद*: रक्षाबंधन हमें परिवार के महत्व की याद दिलाता है। इस त्योहार के माध्यम से हम अपने परिवार के सदस्यों के साथ जुड़ते हैं और उनके साथ समय बिताते हैं।
3. *सांस्कृतिक महत्व*: रक्षाबंधन एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक त्योहार है जो हमारी संस्कृति और परंपराओं को दर्शाता है।

*रक्षाबंधन के दौरान भाई-बहन के रिश्ते में क्या बदलाव आता है?*

रक्षाबंधन के दौरान भाई-बहन के रिश्ते में प्यार और स्नेह बढ़ता है। भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है और बहन अपने भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती है।
यह त्योहार हमें परिवार के महत्व और रिश्तों की मिठास की याद दिलाता है।

रक्षाबंधन का त्योहार 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा, जो भाई-बहन के प्यार और स्नेह का प्रतीक है। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा, जिससे बहनें पूरे दिन अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा, जो लगभग साढ़े सात घंटे का समय है।

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