- अत्यधिक मोबाइल इस्तेमाल से बड़ रही कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम की बिमारी – नेत्र परीक्षक प्रशान्त
रिपोर्ट- दिनेश कुमार
बीसलपुर, पीलीभीत।
‘कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम’ नाम की बीमारी में आंखों का सूखना, आंखों का लाल होना, आंखों से पानी निकलना और मांसपेशियों का कमजोर होना शामिल है। यह दिक्कत किसी को कम तो किसी को ज्यादा है। यह निर्भर इस पर करता है कि आप कम्प्यूटर या मोबाइल पर कितना वक्त बिताते हैं। तेज दौड़ती इस जिंदगी में कम्प्यूटर या मोबाइल के महत्त्व को कोई नकार नहीं सकता, लेकिन इस पर घंटों काम करने से ‘कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम’ से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कम्प्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल न हो, इसका तो कोई उपाय नहीं है, लेकिन हरिपुष्प आई केयर सेंटर के वरिष्ठ नेत्र परीक्षक प्रशान्त मिश्रा की सलाह है कि इस पर काम करने के दौरान ब्लू कट लेंस चश्मा लगाएं। यह कम्प्यूटर से निकलने वाली किरणों से आंखों की हिफाजत करता है। डॉक्टर राम मनोहर लोहिया से प्रशिक्षित हरिपुष्प आई केयर सेंटर के वरिष्ठ नेत्र परीक्षक प्रशान्त मिश्रा ने कहा कि कम्प्यूटर या मोबाइल बहुत ध्यान खींचने वाला साधन है। जब आप काम करते हैं तो लगातार कम्प्यूटर या मोबाइल में ही देखते रहते हैं, क्योंकि यह आपको अपनी ओर आकर्षित करता है। इससे आंखें नहीं झपकती हैं। इस वजह से आंखों का पानी सूख जाता है। नेत्र परीक्षक प्रशान्त ने बताया कि आजकल लोगों की नौकरी 12 घंटे कम्प्यूटर या लैपटॉप मोबाइल पर काम करने की है। आप घंटों लगातार बैठे रहते हैं। इन्हीं कारणों से ‘कम्प्यूटर विजन सिंड्रोम’ नाम की बीमारी अस्तित्व में आई है, जिसमें आंखों का सूखना, आंखों का लाल होना, आंखों से पानी निकलना और मांसपेशियों का कमजोर होना शामिल है। उन्होंने कहा कि lआंखों में खुजली होने या आंखों के लाल होने की परेशानी सबको है। यह दिक्कत किसी को कम तो किसी को ज्यादा है। यह निर्भर इस पर करता है कि आप कम्प्यूटर पर कितना वक्त बिताते हैं।कम्प्यूटर से आंखों पर पड़ने वाला दुष्प्रभाव तुरंत मालूम नहीं पड़ता है। यह पांच-छह साल लगातार काम करने के बाद दिखना शुरू होता है। उन्होंने बताया कि कम्प्यूटर पर लगातार काम करने से आंखें लाल होने लगती हैं और खुजली होती है। गंदे हाथों से आंखों को मलने से आंखों में संक्रमण भी हो जाता है या आंखों में फुंसी निकल आती है। अगर मधुमेह है तो यह फुंसी बहुत मुश्किल से जाती है। इसके अलावा बार-बार आंख मलने से आंख का कोर्निया भी प्रभावित हो सकता है।
