ग्राम पंचायत केरवानिया रामनगर के स निकट सर्जन नहर के पास में एक टूटा फूटा लकड़ी का पुल ग्रामीणों ने जोड़-जोड़ करके तिनका तिनका बनाया था इस पर 2000 किसानों का आमागमन जारी रहता था आना जाना फसल कटाई तक जुटा से लेकर कटाई तक और फिर खास खबर तक के पूरा काम उसी पर चलता था लेकिन ग्रामीणों का कहना यह है कि हमारा जो लकड़ी का पुल क्यों गवर्नमेंट सुधनवा नहीं सकती है कुछ करवा नहीं सकते हैं तो हम लोग 2024 में इस ग्राम सभा से वोट नहीं करने का फैसला लिया है ग्रामीणों में क्योंकि इस गहरे जल में कई लोगों की जाने जा चुकी है कई लोगों का हाथ पैर टूट चुका है लेकिन शासन प्रशासन अथवा कोई सांसद विधायक इतनी सरकारी आई गई लेकिन कोई ध्यान नहीं देता है जब चुनाव आता है तो वोट मांगने सभी लोग आ जाते हैं यहां पर गरीब किसानों की फरियादें कोई नहीं सुनता है यहां गरीब हो या अमीर हो सबका आना-जाना है कम से कम कई हजार भीगी जमीन है नहर के उसे पर में कई किलोमीटर दूरी से घूम करके तो ट्रैक्टर जाता है तब जाकर जमीन में किसानों की जमीन में जुटा होती है
