पशु चिकित्सक पर लगाए सामाजिक कार्यकर्ता ने गंभीर आरोप जांच कर कार्रवाई की मांग
1962 एंबुलेंस सर्विस सेवा सिर्फ प्राइवेट जानवरों के लिए ना की आवारा जानवरों के लिए- शिवम सिंह भदोरिया
Rpt- दिनेश कुमार,पीलीभीत
पूरनपुर, पीलीभीत।
सामाजिक कार्यकर्ता शिवम सिंह भदोरिया ने बताया ठाकुर भजन सिंह भदोरिया एनिमल्स वेलफेयर एसोसिएशन और अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल गौ सेवा संगठन के साथ मिलकर गौ माता और सभी बेजुबान जानवरों का इलाज पिछले दो साल से करता आ रहा हूं बालाजी की कृपा से जिसमे अभी तक 3500 गायों का इलाज और 1800 अंतिम संस्कार के करीब बाबा की कृपा से पूर्ण हुए हैं जब भी 1962 एम्बुलेंस सर्विस को फोन किया तो उन्होंने जवाब दिया कि यह प्राइवेट जानवरों के लिए सेवा है आवारा जानवरों से हमारा कोई मतलब नहीं है सब इलाज और सब सेवा वेटरनिटी डॉक्टर राजीव मिश्रा और उनकी टीम के साथ मिलकर मैं करवाता हूं अपनी जैम से खर्च भी खुद देखता हूं और अपनी ही गाड़ी से गायों को अस्पताल और अंतिम संस्कार के लिए ले जाता हूं तो फिर 1962 का क्या काम है ?? जो 1962 एंबुलेंस पर सरकारी डॉक्टर की नियुक्ति हुई है वह अक्सर फोन नहीं उठाते और अपना पूरनपुर सुपरमार्केट में प्राइवेट क्लीनिक खोलकर चला रहे हैं सरकारी डॉक्टर सरकारी सेवाएं न देकर तनखाह ले रहा है और ड्यूटी के दौरान प्राइवेट क्लीनिक में भी पैसा कमा रहा है और सरकार द्वारा दी गई सरकारी एंबुलेंस का भी उपयोग अपने प्राइवेट वेटरनिटी क्लीनिक में कर रहा है अगर यह ऐसा ही चलता रहेगा तो फिर हर जिले में जानवरों का इलाज कौन करेगा या सिर्फ मेरे अकेले की जिम्मेदारी है यहां के सब जानवरों का इलाज करने की और उन्हें लाने ले जाने की इसमें हर वर्ग के लोगों को आगे आकर सहयोग करना चाहिए एवं अपनी जिम्मेदारी समझना चाहिए।।मेरी बस यह मांग है कि जो पैसा ले रहा है। सरकार से तनखा ले रहा है वह अपना काम इमानदारी से करें और जिस पद पर उसे नियुक्त किया गया है वह उसे पद की गरिमा को समझें और अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से निभाये। अगर पशु चिकित्सक अपनी कार्यशैली में परिवर्तन नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करवाई जाएगी।
