*सपा ने मनाई काशीराम की जयंती, दी श्रद्धांजलि*
*जिला ब्यूरो प्रियव्रत मिश्रा की रिपोर्ट
श्रावस्ती समाजवादी पार्टी ने बसपा संस्थापक मान्यवर कांशीराम की जयंती धूमधाम से मनाया. प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने सभी जिलों में कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया था कि कांशीराम की जयंती व्यापक स्तर पर मनाई जाए. इसी कड़ी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर कांशीराम को नमन करते हुए सामाजिक न्याय के संकल्प को दोहराया
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक असलम राईनी ने कहा कि सपा कांशीराम की बहुजन विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम कर रही है. उन्होंने दावा किया कि अब अखिलेश यादव वही काम कर रहे हैं, जो कभी मुलायम सिंह यादव और कांशीराम के जीवन में नहीं हो सका था. उन्होंने कहा कि दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज की आवाज बुलंद करने में सपा कभी पीछे नहीं हटती. समाजवादी पार्टी ने ‘पिछड़ा, दलित औरअल्पसंख्यक’ (PDA) वर्ग को अपने पाले में लाने की कोशिश की थी, जिसका असर 2024 के लोकसभा चुनाव में भी दिखा. नतीजतन, सपा ने उत्तर प्रदेश में 37 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि बसपा अपना खाता तक नहीं खोल पाई.सपा के जिला अध्यक्ष सर्वजीत सिंह यादव ने कहा कि 2024 तो सिर्फ अंगड़ाई थी, असली लड़ाई 2027 में होगी. उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश यादव, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और कांशीराम के सिद्धांतों पर चलते हुए दलितों के हितों की बात कर रहे हैं.पार्टी के युवा कार्यकर्ता आतिफ असलम राईनी ने कहा की सपा अब कांशीराम की विचारधारा को आत्मसात कर रही है और दलितों के हक के लिए काम कर रही है. उन्होंने बसपा पर हमला करते हुए कहा कि अगर कांशीराम जी न होते तो आरक्षण भी खत्म हो गया होता, लेकिन आज बसपा ने उनके बलिदानों को भुला दिया है. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी अब कांशीराम के विचारों को आगे बढ़ाने में असमर्थ हो गई है, इसलिए अब समाजवादी पार्टी ही दलितों की असली हितैषी बन रही है.
